Classical Ayurveda
कनेर के पेड़ में साक्षात् भगवन विष्णु का वास होता है, कनेर के पुष्प भगवन शिव को प्रिय होता है.
कनेर के फूलों, पत्तियों और जड़ को त्वचा रोगों, बालों के स्वास्थ्य, दन्त शूल, खुजली, सर दर्द में हितकारी बताया जाता है.
प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों में केवल लाल और सफ़ेद कनेर का वर्णन मिलता है जबकि पीले का नहीं. पीला कनेर एक विदेशी पौधा है और अनुवांशिकीय रूप से कनेर कुल का भी नहीं है.
दुनियाभर में इसकी विषाक्तता के अनेकानेक मामले ज्ञात हैं.
इसका किसी भी तरह का उपयोग खतरनाक हो सकता है.