Classical Ayurveda

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औषधि गुणधर्म

छोटी इलायची (सूक्ष्म एला) के औषधीय गुणधर्म

एक लोकोक्ति है- “मान-सम्मान हेतु सिर्फ एक इलायची ही पर्याप्त है।’ अर्थात भोजन के बाद खाए जाने वाले मुखवास में सौंफ और मिश्री के साथ छोटी इलायची न हो तो कुछ कमी सी लगती है। एक मुहावरा भी है- “इलाइची…

अपामार्ग के चमत्कारी लाभ

धर्मशास्त्रों में अपामार्ग का महत्व: आयुर्वेद के अंदर अपामार्ग की गणना अत्यंत प्रभावशाली दिव्य औषधियों में की गई। वैदिक युग से ही इस अवधि औषधि की जानकारी यहाँ के लोगों को थी। प्राचीन काल में अपामार्ग को सभी वनस्पतियों का…

सहजन (Moringa oleifera): Amazing Medicinal Benefits

सहजन (Moringa oleifera): नाम व आयुर्वेदिक गुण-धर्म सहजन (Moringa oleifera) को आयुर्वेद में शोभान्जन, तीक्ष्णगंधक, अक्षीव, मोचक अथवा शिग्रु कहते हैं और इसका वानस्पतिक नाम “मोरिंगा ओलिफेरा” है। महर्षि सुश्रुत और आचार्य वागभट्ट ने सहजन को वरुनादि वर्ग की औषधियों…

भृंगराज (Bhringraj) – आयुर्वेद में पुनर्यौवन की कुंजी

आयुर्वेद में भृंगराज (Bhringraj): गुण-धर्म आयुर्वेदिक ग्रन्थ भावप्रकाश निघण्टु के अनुसार भांगरा अथवा भृंगराज (Bhringraj) चरपरा, तीक्ष्ण, रुक्ष, गरम, केशों को उत्तम करने वाला, त्वचा के लिए हितकारी, दातों को उत्तम करने वाला, रसायन रूप, बलदायक और कफ, वात, कृमि,…

Karaveera: The Silent Poison and the Healing Elixir

Kaner ke Fayade aur Nukshan कनेर अथवा करवीरा का पौधा न सिर्फ अपनी पवित्रता और अद्भुत सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है बल्कि अपने औषधीय गुणों  के लिए भी जाना जाता है. हाल के समय में इसकी प्रसिद्धि बढ़ती जा रही…

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